टीबी के मरीजों की संख्या में कमी नहीं, स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य जिले को 2025 तक टीबी मुक्त करने का
नवागढ़, 15 अगस्त: उत्तर प्रदेश के नवागढ़ जिले में टीबी रोगियों की संख्या में अपेक्षाकृत कमी नहीं आ रही है। 2023 से लेकर अब तक 22,973 लोगों की जांच की गई है, जिसमें 974 मरीज मिले हैं। इसके बावजूद, निक्षय मित्र योजना के अंतर्गत 476 मरीजों को लिए गोद लिया गया है।
टीबी के मरीजों का इलाज डाट्स पद्धति से हो रहा है और जिला क्षय नियंत्रण शाखा द्वारा टीबी संभावित मरीजों की जांच और नियंत्रण के लिए पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जिले को 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। टीबी मरीजों के इलाज के लिए निशुल्क दवाई दी जा रही है, जिससे उन्हें मुख्य रूप से पूरा कोर्स लेने की समझाया जा रहा है।
जिले में नवागढ़ ब्लाक में सबसे अधिक और पामगढ़ ब्लाक में सबसे कम टीबी मरीज हैं। टीबी के लक्षण में खांसी, बुखार, भूख न लगना, वजन कम होना, छाती में दर्द और खून आना शामिल हैं।
जिले में टीबी पर रोकथाम एवं उपचार के लिए प्रयास जारी हैं और स्वास्थ्य विभाग की अग्रगामी योजनाओं द्वारा टीबी रोग से निपटने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
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