कोलोन कैंसर की जांच के लिए नया शील्ड टेस्ट, मौजूद ट्यूमर के टुकड़े कर सकता है पहचान
कोलोन कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी की जांच के लिए अब एक नया विकल्प मौजूद है। पहले की दिक्कतें जैसे कोलोनोस्कोपी और मल का टेस्ट करना अब गया है पुराना। इस नए “शील्ड टेस्ट” से खून में मौजूद ट्यूमर के टुकड़े कैंसर की पहचान करने में मदद मिलती है।
इस टेस्ट के कई फायदे हैं, जैसे कि दर्द रहित जांच, कोलोनोस्कोपी और मल जांच की तुलना में यह आसान है। इसके साथ ही, इस टेस्ट की 87% सटीकता और 73% मौतों को रोकने की क्षमता है। नया टेस्ट कैंसर की जांच को आसान बनाकर उसे जल्दी शुरू करने में मदद करेगा और भविष्य में मौतों को कम करेगा।
जिन लोगों को कोलोन कैंसर की जांच की आवश्यकता है, उन्हें इस नए शील्ड टेस्ट के बारे में अवगत कराया जा रहा है। यह जानकारी उनके लिए जरूरी है ताकि वे अपने स्वास्थ्य की देखभाल में सक्षम और सतर्क रह सकें।
इस तरह के नए और आसान जांच के विकल्प स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसके अलावा, यह टेस्ट रोगी के लिए दर्द की स्थिति को कम करके उसकी जांच की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाता है।
आखिरकार, नए शील्ड टेस्ट की मान्यता मिलने से कोलोन कैंसर की जांच के लिए भारतीय लोगों को नए और सुविधाजनक विकल्प मिल रहे हैं। इससे न केवल उनकी सेहत का ध्यान रखना आसान हो रहा है, बल्कि उन्हें अपनी जिंदगी को और अधिक सुरक्षित बनाने में मदद मिल रही है।
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