“बस्तर: द नक्सल स्टोरी” नामक एक नई फिल्म रिलीज हो गई है, जिसमें नक्सलियों की क्रूरता को बड़े पड़ोसी दर्शाया गया है। इस फिल्म में आदिवासियों को फेक एनकाउंटर्स में शामिल करने के आरोप भी लगाए गए हैं। माओवादियों की क्रूरता भी इस फिल्म में दिखाई गई है।
इस विवादास्पद फिल्म ने कर्नाटक और अन्य राज्यों में खुलकर विवाद पैदा किया है, जिसके कारण कई सिनेमाघर ने इसे रद्द कर दिया है। इसके अलावा, फिल्म को सिनेमाघरों में बैन करने की भी बातें हो रही हैं।
यह फिल्म नक्सलवाद के मुद्दे पर विचार करने पर मजबूर कर देने वाली है और इसे ले कर काफी उलझनें भी उत्पन्न हो रही हैं। फिल्म के निर्देशक और अभिनेताओं को सवालों का सामना करना पड़ सकता है।
इसी बीच, सोशल मीडिया पर इस फिल्म के समर्थक और विरोधियों के बीच भी कटहल जारी है। विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी इस विवादक फिल्म पर अपनी राय दी है।
इस तरह से “बस्तर: द नक्सल स्टोरी” फिल्म ने एक नया विवाद सृजित किया है और उसे लेकर राष्ट्र के चर्चा केंद्र में आ गया है। इससे आगे क्या मोड़ आएगा, यह इंतजार किया जा रहा है।
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