मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज ने चिप मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में खुद को साबित करने की योजना बनाई है। वर्तमान में यह भारत में कुछ विदेशी चिप मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है। जाना जा रहा है कि कौन-कौन सी कंपनियां रिलायंस के साथ इस मुद्दे पर बातचीत कर रही हैं, इसकी पुष्टि अभी तक नहीं हुई है।
मोदी सरकार की यह पहल रिलायंस के लिए एक अद्भुत मौका साबित हो सकती है। इससे रिलायंस अपने सप्लाई चेन की आवश्यकताएं पूरी कर सकेगी। चिप की कमी ने भारत और दुनिया में कई समस्याएं उत्पन्न कर दी हैं।
घटी हुई चिप उत्पादन की वजह से बाजार में चिप की कमी बढ़ गई है। मानवीय गलतियों के कारण वनस्पति और पशुओं में आहार बदलाव हो रहे हैं, जिससे उन्हें प्रभावित हो रहा है। ऐसे में चिप मैन्युफैक्चरिंग विशेषज्ञों की आवश्यकता है। रिलायंस के इस नए कदम से देश को चिप की आपूर्ति में सुधार हो सकता है। यह उद्योग में नये रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगा।
बड़ी खबर यह है कि रिलायंस स्टॉक बाजार में तेजी के साथ बंद हुआ है। अब यह 2448.20 रुपये पर क्लोज हुआ है। यह बुरी आर्थिक स्थिति में एक बड़ा संकेत है कि इन्वेस्टर्स में रिलायंस की विश्वासघाती उम्मीदें हैं।
इसी के साथ, रिलायंस की चिप मैन्युफैक्चरिंग पर बड़ी उम्मीदें हैं। यह देश में चिप की कमी को पूरा करने में मदद करेगा और इससे भी अधिक रिलायंस के प्रतिष्ठान को मजबूती मिलेगी।