झाबुआ जिले में डेंगू और मलेरिया के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। सितंबर महीने में जिले के महिला वार्ड में 29 डेंगू से पीड़ित मरीजों का इलाज इस्पाताल में किया गया। सरकारी रिकॉर्ड में जिले में अब तक 66 पॉजिटिव डेंगू मरीजों की गणना हुई है। इसके अलावा डेंगू और मलेरिया के मरीजों की संख्या बारिश के मौसम समाप्त होने के बावजूद बढ़ रही है।
यहां तक कि निजी अस्पतालों में भी गुजरात के मरीज उपचार करवा रहे हैं। जिला अस्पताल में 10 बेड वाले वार्ड में अब तक 18 मरीजों को भर्ती किया जा चुका है। यह स्थिति चिंताजनक हो गई है क्योंकि बारिश के साथ ही मौसमी बीमारियों का दौर शुरू हो जाता है।
इस मौसम में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का ध्यान रखना बहुत महत्वपूर्ण है। लोगों को ध्यान देना चाहिए कि उन्हें अपने स्वास्थ्य पर खास ध्यान देना चाहिए, खासकर बारिश के मौसम में।
– वार्ड में सभी रेड क्षण दर्ज कर दिए गए हैं। इससे डेंगू संक्रमण के खतरे को काफी कम कर दिया जा सकता है। जिले के स्वास्थ्य अधिकारी ने लोगों से अनुरोध किया है कि उन्हें डेंगू और मलेरिया संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी कारगर उपाय अपनाने चाहिए, जैसे मच्छर और कीटाणु विकास पर ध्यान देना।
– दरअसल, यह सबकुछ सरकारी अस्पताल के अलावा निजी अस्पताल में भी चल रहा है। डेंगू के मरीज निजी वैद्य और अस्पतालों में भी इलाज करवा रहे हैं।
– स्वास्थ्य विभाग की जांच के मुताबिक, झाबुआ जिले में मौसमी बीमारियों की संख्या बढ़ने की संभावना है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने अभी तक सरकारी अस्पतालों में नए बेड बढ़ाने की योजना बनाई है।
इस तरह, झाबुआ जिले में डेंगू और मलेरिया की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इससे लोगों को अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक होना चाहिए, ताकि उन्हें इन बीमारियों से बचने के लिए सही उपाय अपना सकें।