6. कारणों में सबसे पहला है विदेशी निवेशकों की बाजार से अचानक निकलने की वजह से आयी भरपाई।
7. दूसरा कारण था डॉलर रुपये में उच्चार की वजह से विदेशी निवेशकों को नुकसान होना।
8. तीसरा कारण था आर्थिक संकट से प्रभावित होने के कारण स्वदेशी निवेशकों का विश्वसन टूट जाना।
9. चौथा कारण था बैंकों के बदलते नियमों के कारण निवेशकों की मानसिकता में बदलाव।
10. पांचवा और सबसे महत्वपूर्ण कारण था कोरोना महामारी के कारण व्यापार और देशी और विदेशी अर्थव्यवस्था में गिरावट।
परंतु विशेषज्ञों के मुताबिक, यह भारतीय शेयर बाजार की गिरावट सिर्फ अस्थायी है और समय के साथ मूल्यों में सुधार होने की उम्मीद है। इस अवसर को महंगाई दरें कम करने, स्टॉक मार्केट मैंगमेंट को सुधारने और निवेशकों के आत्मविश्वास को बढ़ाने का माना जा सकता है। शेयर बाजार के विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि निवेशकों को ठंडी संकेतों पर ध्यान देने की जरूरत है और दिए गए कारणों को समझकर सावधानी बरतनी चाहिए। यह सुनिश्चित करेगा कि उन्हें भविष्य में किसी अनुचित प्रभाव से नुकसान न हो।
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