निफ्टी ने खुद को नए शिखर पर पहुंचते हुए 21,000 मार्क छू लिया है। यह ऐतिहासिक मोड़ शेयर बाजार के लिए बड़ी सौभाग्य घटना कही जा रही है। नीतियों के स्तर पर निरंतरता बाजार में हालिया तेजी की पीछे बीजेपी की जीत मानी जा रही है। नीतियों के बदलते माध्यम से बाजार में विश्वसनीयता और आत्मविश्वास में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।
इस उछाल के पीछे मौजूद कई कारण हैं। बाजार में काफी जगह मौजूद है और वित्तीय नतीजों में बढ़ोतरी की उम्मीद है। कई बड़े उद्योग क्षेत्रों में मजबूती देखने के कारण बाजार को अधिक संघर्षी बनाने की संभावना है। उन्नति की यह गति विदेशी निवेशकों को देब्य प्राप्त करने में मदद कर सकती है। हालांकि, उन्हें इ्स मोड़ पर आने में काफी समय लग सकता है जबकि देशी निवेशकों के मामले में हाल ही में भी गति में सुधार देखा जा सकता है।
इस उछाल के बावजूद, एक महत्वपूर्ण बात यह है कि बाजार महंगा नहीं होता है और निफ्टी जैसे बेंचमार्क इंडेक्स सिर्फ ‘वास्तविक मूल्य’ का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं। इसलिए, स्टॉक मार्केट में निवेश करने से पहले सतर्क रहना अत्यंत आवश्यक है। सहयोगी विश्लेषणकर्ताओं की सलाह लेने के बाद ही निवेश करें।
इसके अलावा, यह बात भी महत्वपूर्ण है कि विदेशी निवेश अपने नवीनतम पहुंच के नीचे हैं। विदेशी निवेशकों की संख्या घटती दिखाई दे रही है जो एक व्यापक भूमिका खेल सकती है। अतः, देशी निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए और इस उछाल में आत्मविश्वास से निवेश करना चाहिए।
अंत में, शेयर बाजार में नीतियों के स्तर पर निरंतरता बनी रहने की आशा दी जा रही है क्योंकि यह बाजार में बढ़ती सकारात्मकता का माध्यम है। इसलिए, बीजेपी की जीत के पश्चात अगले वित्तीय वर्ष में और अधिक उच्च शिखर छूने की उम्मीद की जा रही है। बाजार जगह और ताकत के साथ आगे बढ़ सकता है, जो निवेशकों के लिए खुशी का कारण बन सकता है।
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