अमेरिका के बड़े विश्वविद्यालयों में फिलिस्तीन समर्थकों का प्रोटेस्ट
अमेरिका में दो हफ्ते के भीतर बड़े विश्वविद्यालयों में फिलिस्तीन समर्थकों का विरोध प्रदर्शन हो रहा है। स्टूडेंट्स ने कैंपस के भीतर टेंट लगाकर रहना शुरू कर दिया है और अपने मांगों को उठाने का अपना अधिकार जताया है।
इसके पीछे की वजह यह है कि अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति चुनाव है और ऐसे में स्टूडेंट्स की नाराजगी युवाओं के वोट पर असर डाल सकती है। कोलंबिया कैंपस पर प्रदर्शन में एक बिल्डिंग कब्जे में ली गई है और वहां स्टूडेंट्स इजरायल से जुड़ी कंपनियों को अलग होने की मांग कर रहे हैं।
युवाओं की राष्ट्रपति के पक्ष में लोकप्रियता कम हो रही है और स्विंग स्टेट्स में ट्रंप आगे रह सकते हैं। इससे डेमोक्रेटिक पार्टी को यूवा वोटरों के मत के लिए चिंता है। ट्रंप के पक्ष में माहौल बन रहा है और उनके प्रेरित युवा भी उनके साथ खड़े हो रहे हैं।
स्टूडेंट्स ने अपने मांगों को लेकर भारतीय समुदाय से सहायता मांगी है और अपने धरने को मजबूत करने के लिए तैयार हैं। यह स्थिति स्थायी होने का संकेत दिखा रही है और इससे अमेरिकी राजनीति में भूकंप की तरह एक बदलाव आ सकता है।