यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को गोरखपुर में एक बड़े आईटी ग्राम का उद्घाटन किया है। उन्होंने यहां ज्ञान डेयरी प्लांट का उद्घाटन किया है, जहां दिन भर लगातार पांच लाख लीटर दूध की खपत की जाएगी। इसके बाद मुख्यमंत्री ने गोरखपुर-बस्ती मंडल के पशुपालकों के लिए एक नया दूध मार्केट का उद्घाटन भी किया है। प्लांट में इसके अलावा करीब 300 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार भी मिलेगा।
इससे पहले, योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में 380 एकड़ और जमीनों की रजिस्ट्री का भी शुभारंभ कर दिया है। इसके माध्यम से भविष्य में नए उद्योगों को जमीन प्राप्त होगी। योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए चकभोग गांव के किसानों की सहमति प्राप्त की है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ज्ञान डेयरी प्लांट के उद्घाटन के बाद स्वयं ही जनसभा को संबोधित किया है। उन्होंने यहां उपस्थित जनता को सम्बोधित करते हुए यह कहा है कि इस प्लांट के उद्घाटन से बहुत सारे लोगों को रोजगार का अवसर मिलेगा और गोरखपुर-बस्ती मंडल के पशुपालकों के लिए एक नया दूध मार्केट उपलब्ध होगा। इससे पशुपालकों को अच्छी मूल्य पर दूध बेचने का भी अवसर मिलेगा।
योगी आदित्यनाथ ने जमीनों की रजिस्ट्री का भी सोमवार से शुरू किया है, जिससे भविष्य में नए उद्योगों को जमीन अवस्थित करने का और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने का लक्ष्य है। इसके लिए चकभोग गांव के किसानों को सहमति दी गई है और सभी रजिस्ट्री कार्य में सरकारी अधिकारी भी मौजूद थे।
योगी आदित्यनाथ ने ज्ञान डेयरी प्लांट के उद्घाटन करके और जमीनों की रजिस्ट्री का भी समारोह शुरू करके इससे यूपी में रोजगार के अवसरों को बढ़ाने का संकल्प दिखाया है। इससे न केवल गोरखपुर-बस्ती मंडल के पशुपालकों को बल्कि सभी उद्योगों को भी उनकी आवश्यकता अनुसार जमीन मिलेगी।
सभी उपक्रमों के संचालन में जनसहयोग भी मिलेगा और इससे गोरखपुर-बस्ती मंडल की अर्थव्यवस्था और पशुपालकों का भविष्य भी मजबूत होगा। योगी आदित्यनाथ ने ग्रामीणों को सुविधा और रोजगार का वादा दिया है, जो कि इसके माध्यम से पूरे हो सकता है।
यह एक बड़ी खबर है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में एक बड़ी डेयरी प्लांट का उद्घाटन किया है, जिसमें पांच लाख लीटर दूध की खपत होगी। इसके साथ ही, करीब 300 लोगों को इस प्लांट में रोजगार का भी मौका मिलेगा। यह उद्घाटन पशुपालकों के लिए नये दूध मार्केट की उपेक्षित अवधारणा को मिटाएगा, जिससे पशुपालकों को बेहतर मूल्य मिलेगी। इसके अलावा, जमीनों की रजिस्ट्री से भविष्य में उद्योगों को जमीन प्राप्त होगी और स्थानीय आमजन को रोजगार अवसर प्राप्त होंगे।
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