भारतीय डिफेंस कंपनियों के शेयरों में चंद्रयान-3 की सफलता के बाद उछाल आई है। इस मिशन के लिए इक्विपमेंट्स और तकनीकें सप्लाई करने वाली चंद्र यान कंपनियों के शेयरों में तेजी देखी गयी है। इसके पश्चात टाटा इलेक्सी, सेंटल इलेक्ट्रॉनिक्स और एमटीएआर टेक्नोलॉजीज के शेयरों ने 3 से 10 फीसदी की छलांग लगाई है। इसके अलावा मिश्र धातु निगम लिमिटेड, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और एलएंडटी के शेयर भी अपने नए 52-हफ्ते के ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। चंद्रयान-3 की सफलता ने डिफेंस कंपनियों को नए मौकों के लिए खुली दरवाजे दिए हैं। इसके अलावा चंद्रयान-3 के आने वाले प्रोजेक्ट्स द्वारा भी तेजी की संभावनाएं हैं।
भारत सरकार के विभिन्न अभियानों ने रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा दिया है। इससे रक्षा खरीदों में देशी कंपनियों की भूमिका में बढ़ोतरी आई है और अब 75 फीसदी खरीद इन कंपनियों से हो रही है। तकनीकी उपकरणों के निर्यात में भी वृद्धि देखी जा रही है।
चंद्रयान-3 मिशन की पूरी लागत 615 करोड़ रुपये थी, जबकि इक्विपमेंटों के सप्लाई करने वाली कंपनियों का कुल मार्केट कैप अगस्त 23 को 50,000 करोड़ रुपये बढ़ गया था। चंद्रयान-3 के बाद डिफेंस कंपनियों के लिए नए मौके खुल गए हैं और उनकी ग्रोथ में मदद मिली है।
E-पोस्टमार्टम पर उपरोक्त विषयों पर लिखा गया यह समाचार लेख देश के रीडर्स के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह दर्शाता है कि चंद्रयान-3 के सफल होने के बाद भारतीय डिफेंस कंपनियों को नए संभावित प्रोजेक्ट्स मिल सकते हैं, जिससे उनकी ग्रोथ में और वृद्धि हो सकती है। इसके अलावा रक्षा और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत द्वारा अपने अभियानों के माध्यम से आत्मनिर्भरता और देशी उद्योगों को बढ़ावा देने की कोशिश की जा रही है।
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