करनाल: डेंगू का डंक हुआ तेज, 12 मरीजों की रिपोर्ट मिली है। डेंगू के मरीजों का आंकड़ा अब जिले के 145 तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में बुखार की अलग से ओपीडी शुरू करने के निर्देश दिए हैं। डेंगू से जुड़ी समस्या को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बड़े पैमाने पर मच्छरों के लार्वा की जांच की है। इसके अलावा, अधिकारियों ने कई हजार घरों की जांच की है। इस तबके की खबर में यह जानकारी है कि बुधवार के दिन 12 लोगों का कोरोना पॉजिटिव आया है। अब तक, तालाबांदी रिपोर्टों के अनुसार तीन लाख 37 हजार 630 घरों को चेक कर लिया जा चुका है।
डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, छाती और ऊपरी अंगों में दानों का निकलना, सिर के आगे वाले हिस्से में जोरदार दर्द, आंखों के पीछे दर्द, शरीर के जोड़ों में दर्द, भूख न लगना, जी मितलाना और उल्टी आना शामिल हैं। वेस्टर्न रेलवे के अधिकारी अशोक कुमार के अनुसार, सभी नागरिकों से अपील की जा रही है कि वे अपने घरों में पड़ा जल को साफ रखें और कूलर की नियमित रूप से सफाई रखें। वे नदी, तालाब और कुएँ को भी खाली रखें ताकि मच्छरों का बढ़ावा न हो।
अब जब डेंगू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, तो स्वास्थ्य विभाग ने बुखार के निजी खतरे से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें मच्छरों के लार्वा की जांच के लिए 5157 घरों में जा चुकी हैं। डॉ. विनोद कुमार ने डेंगू से जुड़ी जानकारी दी, उन्होंने बताया कि लार्वा की जांच करने के बाद अब तक करीब 1000 मच्छरों को नष्ट कर दिया गया है।
डेंगू के मरीजों का आंकड़ा अब जिले के 145 तक पहुंच गया है। स्थानीय अधिकारियों ने डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में ओपीडी बनाने के लिए निर्देश दिए हैं। डॉ. अशोक कुलश्रेष्ठ ने बताया कि इससे डेंगू के मरीजों को जल्दी और सही इलाज मिल सकेगा।
इसके आगे अधिकारियों ने रेन वाटर हार्वेस्टिंग, फुवारों की सफाई और निहित कंटेनरों के एकत्रित किए जाने का निर्देश दिया है। स्थानीय अधिकारी आदित्य मित्तल ने बताया कि अब तक बहुत से मरीज सिविल अस्पताल में एडमिट किए गए हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग बहुत ही ज्यादा जुट रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख डॉ. महावीर ने जनसंख्या के बीच डेंगू के प्रकोप को कम करने की आवश्यकता को भी दर्शाया है और उन्होंने कहा कि केवल सरकारी निर्देशों का पालन करने से ही डेंगू पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
जिले में कोविड-19 मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। इस बात की जानकारी वेस्टर्न रेलवे के CMO डॉ. आर. के. वर्मा ने दी है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 234 तक पहुंच गई है। इसके बावजूद उपचार का कार्य कार्यमुख शीखा देवी कह रहीं हैं कि अभी तक 149 मरीज ठीक हो गए हैं और 50 मरीजों की जांच पॉजिटिव आई है।
स्वास्थ्य विभाग के तहत जारी नियमों का पालन न करने पर अद्यतन में तारिकों की तहत रहे मरीज को जुर्माना भी किया जाएगा। यह कड़वाहट कही जा रही है कि तारिकों की तहत रहने वाले मरीजों में क्रेश एज़ीला का 97 और कोविड-19 का 54 सेप्टिक जायजा मिला है। डॉ. मयंक गुप्ता ने आंकड़ों के बारे में जानकारी दी है।
इसके बावजूद, सभी प्रयासों के बावजूद, कोविड-19 के मरीजों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। इससे स्थानीय अधिकारियों को परेशानी हो रही है। इसके अलावा, उन्होंने जिले में कोविड-19 की पहले से ही मौजूदगी को भी बताया है और उन्होंने बताया है कि इससे अतिशयोक्तियों की भी रिपोर्टें आ रही हैं।
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