मनहट्टन, न्यूयॉर्क: क्रिप्टो करंसी एक्सचेंज FTX के संस्थापक सैम बैंकमैन-फ्राइड को क्रिप्टो फ्रॉड के केस में 25 साल की कारावास की सजा सुनाई गई है। उनके खिलाफ ग्राहकों के पैसे चुराने और निवेशकों को गुमराह करने के आरोप हैं।
एफटीएक्स के पैसों की जमा मामले में कोर्ट ने पाया कि उन्होंने उस पैसे का खुद का इस्तेमाल करके कंपनी की बजट सुधारने की कोशिश की थी। उन्होंने ग्राहकों के पैसे का बुरा इस्तेमाल करके अपनी ताकत और प्रभाव को बढ़ाने की कोशिश की थी।
मनहट्टन के अमेरिकी अटॉर्नी ने इस मामले में उनकी क्रियाओं की महत्वाकांक्षा को देखते हुए कहा कि उनकी कार्यवाहियाँ ग्राहकों की उम्मीदों के प्रति उदासीन हैं।
जनसपर्धा में इस फैसले के बाद बैंकमैन-फ्राइड के परिवार ने एक बयान जारी किया है, जिसमें उन्होंने बताया कि वे अपने बेटे के लिए लड़ने का मन बनाए रखेंगे। उन्हें कहा गया कि उन्होंने “स्वार्थी फैसले” लिए हैं जो उन्हें “हर दिन” परेशान करते हैं।
सैम बैंकमैन-फ्राइड के मामले में न्यायिक सिस्टम की सख्ती का संकेत है, जो क्रिप्टो करंसी से जुड़ी अपराधिक मामलों में भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने के लिए पुनः आवाहित करता है। यह एक सख्त संदेश है कि कोई भी कानून का उल्लंघन करने वाला व्यक्ति बच नहीं सकता।
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