ग20 जी20 शिखर सम्मेलन में शुरू होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में ग20 राष्ट्राध्यक्षों का स्वागत किया। इस मौके पर कोणार्क व्हील (कोणार्क चक्र) पर चर्चा की गई।
कोणार्क चक्र का निर्माण 13वीं शताब्दी में हुआ था और यह चक्र भारत के राष्ट्रीय ध्वज में अपनाया गया है। यह प्रतीक भारत के प्राचीन ज्ञान, उन्नत सभ्यता और वास्तुशिल्प का है। इसे प्रगति और निरंतर परिवर्तन का प्रतीक माना जाता है और यह लोकतंत्र के एक शक्तिशाली प्रतीक के रूप में प्रदर्शित किया जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का स्वागत किया। उन्होंने बाइडेन को कोणार्क चक्र के बारे में बताया और उनके बहुत ध्यान से इसका वर्णन किया। बाइडेन ने चक्र के महत्व को समझने के लिए सवाल पूछे और गहराई से ध्यान से इसके बारे में सुना।
ग20 जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान बड़ी मुद्दों पर चर्चा होगी और विभिन्न राष्ट्रों के नेताओं के बीच समझौते कराए जाएंगे। इसके अलावा यह सम्मेलन राष्ट्रिय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर आलोचना और सुझावों का मंच भी होगा। ग20 जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए भारत पूरी तैयारी में है और इसे नगरवासियों के लिए खुले भी रखा गया है।
इसके साथ ही ग20 जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान नेता एक-दूसरे के साथ मुलाकात करेंगे और विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। इसमें आर्थिक, सामरिक और क्षेत्रीय सुरक्षा सहित कई मुद्दे शामिल होंगे। ग20 जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन आज से शुरू हो रहा है और उम्मीद है कि इसके माध्यम से आपसी समझौते किये जाएंगे और देशों के बीच मुद्दों का हल निकाला जाएगा।
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