कैथल, हरियाणा: हरियाणा के कैथल में शासक मिहिर भोज की मूर्ति के अनावरण को लेकर गुज्जर और राजपूत समुदायों के बीच तनाव व्याप्त हो गया है। इस मामले में बीजेपी के 29 सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया है और 3 पार्षद भी विरोध दर्ज कराने के लिए इस्तीफा दिया है।
इस मामले में इतने सदस्यों का इस्तीफा देने के बाद बीजेपी को बहुत ही बड़ा झटका लगा है। हालांकि पार्टी नेताओं ने इसे एक व्यक्तिगत निर्णय बताया है।
मिहिर भोज की मूर्ति के अनावरण किए जाने से पहले शिक्षा मंत्री एनएचन्हु को राजपूत समुदाय से भारी विरोध का सामना करना पड़ा है। इसके बाद सरकार ने तैनात पुलिस की भारी संख्या की है।
शासक मिहिर भोज की मूर्ति को राजपूत समुदाय के बदले गुर्जर शासक के रूप में चित्रित करने पर गुज्जरों और राजपूतों के बीच विवाद है। राजपूत समुदाय का दावा है कि मिहिर भोज को गुर्जर के रूप में प्रदर्शित करना इतिहास को विकृत करना है।
गुज्जरों की पक्षपातपूर्ण कार्यवाही के कारण राजपूत समुदाय आपत्ति जता रहा है। इस मामले में पुलिस द्वारा उनके खिलाफ की गई कठोर कार्रवाई के चलते सनसनी मच गई है।
यह विवाद न केवल हरियाणा में है, बल्कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी मिहिर भोज को लेकर विवाद चल रहा है। अनेक राज्यों में ये विवादित कार्यक्रम हो रहें हैं और सरकारें दोनों समुदायों के बीच मध्यस्थता की कोशिश कर रही हैं।
इस खबर को सुनकर बहुत से लोगों को हैरानी हुई है, क्योंकि बीजेपी के प्रतिष्ठित सदस्यों का इस्तीफा देना इतनी भारी संख्या में आजतक नहीं देखा गया है। पार्टी की हकीकत का पर्दा अभी के लिए बना हुआ है और व्यक्तिगत निर्णय को पार्टी की नीति से भिन्न नहीं समझा जाना चाहिए।
इस समय तनाव और विवाद जारी है, हालांकि अब सरकार की पहल में बीजेपी आवश्यक प्रशासनिक और कानूनी कदम उठाएगी जिससे विवाद समाधान भी हो सके।
इस विषय पर ध्यान देते हुए ‘ई-पोस्टमॉर्टेम’ ने अपने पाठकों के लिए एक विशेष रिपोर्ट तैयार की है। यह रिपोर्ट अभी तक कामयाबी के साथ उपलब्ध है और इसे आप हमारी वेबसाइट पर देख सकते हैं। विवरणों के साथ-साथ, इस रिपोर्ट में बीजेपी के इस्तीफाओं के सभी पहलुओं की जानकारी भी दी गई है।
Note: The translation above may not be a perfect translation.