यहां उपयुक्त हमारे स्थलांतरण कर्मी ने एक समाचार लेख तैयार किया है।
स्वास्थ्य विभाग डेंगू पर अंकुश लगाने के लिए प्रयास कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग के 100 टीमें उपयुक्त कार्यवाही संचालित करते हुए एंटी लार्वा एक्टिविटी चला रही हैं। इसके अलावा, शिक्षा विभाग से बच्चों को डेंगू के खिलाफ जागरूक करने के सहयोग की मांग की गई है। जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी स्कूलों में विज्ञान के अध्यापकों को डेंगू से बचाव के बारे में जानकारी देने के निर्देश दिए हैं। शिक्षा अध्यापकों को प्रार्थना सभा में बच्चों को डेंगू से बचाने के बारे में जागरूक करना होगा। बच्चों को पूरी बाजू की कमीज पहनकर स्कूल आने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
वर्तमान में अभी तक 15 वर्ष से कम उम्र के किसी भी व्यक्ति में डेंगू के केस नहीं मिले हैं। हालांकि, बुधवार को एक ही दिन में 11 डेंगू के केस सामने आए हैं। डेंगू के केसों की गणना ग्रोहणशील है और इनका इलाज अस्पतालों में चल रहा है। अशोक विहार कॉलोनी, थर्मल कॉलोनी और खुखराना गांव को डेंगू के लिए अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र घोषित किया गया है। इन क्षेत्रों में फॉगिंग की कार्यवाही की जा रही है और यहां पर डेंगू के लार्वा मिला है।
इस संकट को देखते हुए, स्वास्थ्य विभाग ने सिविल अस्पताल में अलग से वार्ड बनाए हैं। वैश्विक स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए, समुदायिक केंद्रों में भी वार्ड बनाए गए हैं। अब तक 2254 सैंपल की जांच हुई है और जहां लार्वा मिलने वाले हैं, वहां परिवहन निगम को नोटिस जारी किया गया है।
अन्य सोशल मीडिया पर लोगों से अपील की गई है कि वे डेंगू के खिलाफ जागरूक रहें और पानी जमा होने न दें। इस पर सावधानी और जागरूकता के साथ ही हमारी समाज को बचाकर रखना बहुत आवश्यक है।
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