अमेरिकन एयरलाइंस के कर्मचारी जेम्स डैनेन के साथ एक ऐसा हादसा ग़ुज़रा है, जिसे उन्हें और उनके परिवार को अभी तक याद होगा। ये घटना टोक्यो हनेदा एयरपोर्ट में हुई जहां उन्हें अपनी बेटी की गुड़िया खो गई।
जेम्स डैनेन ने खुद ही संबंधित एयरलाइंस के पर्यटन कार्यक्रम के अंतर्गत टर्किश एयरलाइंस के संपर्क में आते हुए अपनी लड़की की गुड़िया के बारे में जानकारी ली। यह जानकरी उन्हें बहुत पसंदीदा वैलेंटीना नामक पिलोट तक पहुंचाने के लिए बहुत मददगार साबित हुई।
पायलट जब गुड़िया की तस्वीर देखी तब उन्होंने तत्परता से उसे लेकर वैलेंटीना तक पहुंचने के लिए चलपट किए। ये गुड़िया उस बच्ची के लिए बेहद महत्वपूर्ण थी, जिसने अपनी बेस्ट फ्रेंड की दुलारी जिसका नाम गुड़िया है पाने के इंतजार में तीन हफ़्तों तक बिताए।
जेम्स डैनेन ने यह बात दरअसल बताई है, कि उन्हें लोगों की मदद करना और उनके मुसीबतों में संबंधित अच्छा लगता है।वैलेंटीना ने इस काम में अपना हिस्सा लेने का कारण भी यही इक्का बताया था। इसके बाद वह गुड़िया बच्ची को उसके परिवार के साथ पुनर्मिलन संबंधी तोहफे के रूप में एक जापानी ट्रट और मैप भी दिया।
इस λे परिवार ने चारों ओर से उनकी उपकार के लिए उन्हें आभार प्रकट किया। और बच्ची भी खुशी के आंसू बहाते हुए गुड़िया की गोद से अपना चेहरा पर ख़ुशी से ही भर दिया। उसने खुशी के मारे उसे गले लगाया और अपनी सबसे प्यारी गुड़िया की चिंता के बाद होने वाले ऐसे हादसे के बावजूद अपने परिवार साथ लौटने का स्वागत किया।
यह पूरी घटना जगाने वाली है और इससे पता लगता है कि जब लोगों की ज़रूरतें होती हैं तो वे आपस में कैसे मिल जाते हैं तथा मानवता में एक दूसरे के सहयोग का क़िताब पढ़ते हैं। आखिरी लम्हें में हम काफ़ी पर्याप्त वाक्य चित्रण में कह सकते हैं कि :- “कभी कभी दूसरों की मदद करने से ही असली ख़ुशी प्राप्त होती है।”
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