2023 में पूरी देश में चुनावी माहौल गरम हो रहा है। यह साल चुनाव के नतीजों का एक महत्वपूर्ण साल होने का आश्वासन देता है। देश के कई राज्यों में चुनावी जंग की तैयारियां पूरी गतिमान हैं। इसमें खासकर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम की चर्चा हो रही है। ये पांच राज्य अपने आगामी चुनावों के नतीजे के लिए तीव्र तैयारी में हैं।
इसके अलावा, एग्जिट पोल्स ने भी सभी को चौंकाया है। चुनाव के महाशंखनाद के पहले ही अपनी एग्जिट पोल्स की रिपोर्ट की जारी थी, जो काफी चर्चा का विषय बनी।
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने इन तथ्यों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि वह बिल्कुल ऐसे दावों को खण्डित करते हैं, जिनमें दावा किया गया है कि वह कांग्रेस उम्मीदवारों को रेजिडेंस और होटलों में ठहरने के लिए कह रहे हैं। शिवकुमार ने यह भी दावा किया है कि वे आश्वासन देते हैं कि कांग्रेस यहां अवश्य ही जीत हासिल करेगी। इससे जबरदस्त उत्साह और मोरचा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में बढ़ गया है।
इसके अलावा, कांग्रेस ने डीके शिवकुमार को तेलंगाना भेजने का फैसला किया है। यहां प्रत्याशितों के संख्या से पूरी तरह संभावित हो रहा है कि कांग्रेस को 49 से 65 सीटें मिलेंगी। साथ ही, बीआरएस को 38 से 54 सीटें, बीजेपी को 5 से 13 सीटें और एआईएमआईएम को 5 से 10 सीटें मिल सकती हैं।
इतनी सीटों की संख्या से किसी एक दल को सरकार बनाने के लिए 60 सीटें की ज़रूरत होती है, जो निर्धारित नहीं की गई है। लेकिन चुनाव आयोग अपेक्षित है कि कोई एक पार्टी इस मंडी में उभरेगी और सरकार बनाने का फैसला किया जाएगा।
इस प्रकार, चुनावी कार्यक्रम में जबरदस्त टक्कर की संभावना देखी जा रही है। इस साल के चुनाव, नतीजों की घोषणा और सत्ता में बदलाव पर मूर्चा लाने के लिए उम्मीदवारों के बीच तीव्र प्रतिस्पर्धा का कारण बनेगा।