कप्तान रोहित शर्मा हिन्दुस्तानी क्रिकेट टीम के प्रमुख बंदे हैं। वे पिछले समय में ज्यादा बातें नहीं करते हैं, लेकिन टूर्नामेंट के समय उनका रौद्र रूप दिखाई देता है। उन्होंने पिछले वर्ष हुए 2018 के एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ एक दमदार शतक ठोका था। वहीं, 2019 के वर्ल्ड कप में भी उन्होंने एक बेहतरीन पारी खेली जब उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ खेला। उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ खेलना बहुत पसंद है। इस बार भी वे एशिया कप में पाकिस्तान के गेंदबाजों के साथ मार-मारकर बुरा हाल कर सकते हैं। उनकी ताकतवर बल्लेबाजी के साथ-साथ उनकी इमानदारी और मनोबल से उन्हें टीम का मुख्य आधार बनाती है।
रोहित शर्मा को उनकी खुशहाली नहीं बल्कि सपनों की पूर्ति भी पसंद है। वह अपनी खुद की सीमा को पार करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं और अन्य खिलाड़ियों की प्रेरणा बनते हैं। उनके शतकों ने टीम को कहीं न कहीं सामरिक मुकाबलों में पक्षपात से जीतने की गाढ़ी नींव बनाई है। उनकी खामोशी का मतलब यह नहीं है कि वे कंधों पर बारूद की पेंटिंग के बिना नहीं चलते हैं, वरन हो सकता है कि उनके बोलने की जगह उनकी प्रार्थना और प्रीपरेशन में हो, जिसे सबसे अच्छी तरह से वे जानते हैं।
उन्हें पाकिस्तान के खिलाफ खेलने का सौभाग्य आजमाने की संभावना है और उनकी पूरी टीम को उनके साथ मिलकर पश्चिमी देश के फीवर को जीने का मौका मिलेगा। इसे लेकर, उन्हें एशिया कप में खुद को साबित करने का अवसर प्राप्त हो रहा है और उनकी इन बातों से भारतीय क्रिकेट टीम को विश्व ब्यापी पहचान की खोज में एक नया कदम मिलेगा।
नोट: यह लेख व्यक्तिगत रूप से लिखा गया है और इस खबर की कोई वाणिज्यिक उद्देश्य नहीं है।
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