इलाकों में तेज हवाओं की तैयारी को लेकर सतर्कता के संकेत देती खबरें सामने आ रही हैं। ओडिशा के तटीय इलाकों में हवाओं की रफ्तार में बड़ी बदलाव की संभावना है। जहां पहले हवाएं 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलती थीं, वहीं अपरिमित तेजी के साथ अब इन्हें 65 किमी प्रति घंटे भी होने की संभावना है। मौसम विभाग ने इस संबंध में चेतावनी प्रकाशित की है।
इसके साथ ही, एक गंभीर चक्रवात भी बनने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र पहले से ही बना हुआ है और इसका विकास और बढ़ने की संभावना है। यह क्षेत्र बाद में बड़े तूफान के रूप में रूपांतरित हो सकता है। इसलिए, मौसम विभाग ने राष्ट्रीय संगठनों और प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी दी है कि वे तत्पर रहें और तुरंत आवश्यक कार्यवाही करें।
15 नवंबर को हवाओं की गति बढ़ने की संभावना है, और इस दिन मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटे के लिए अलर्ट जारी किया है। अगर निम्न दबाव का क्षेत्र तीव्र होता है, तो इसे ‘मिधिली’ कहा जाएगा और संभावित तूफान की संभावना और ज्यादा बढ़ जाएगी। मौसम विशेषज्ञों ने इसे एक गंभीर स्थिति बताया है।
यहां तक कि मछुआरों को भी सलाह दी गई है कि वे समुद्र में न जाएं, क्योंकि इस दौरान संक्रमण की संभावना है। उनसे माँग की गई है कि वे अपनी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें।
15 और 16 नवंबर को भी हवाएं चलने की संभावनाएं हैं। ओडिशा के कुछ तटीय जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना हो सकती है, जबकि 16 नवंबर को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
अब तो यह तय हो गया है कि ये तेज हवाएं लंबे समय तक रहेंगी। उम्मीद है कि लोग इस चेतावनी को गंभीरता से लेंगे और अपनी सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कार्यवाही करेंगे।
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