फतेहपुर गांव में भूमि विवाद के चलते छह लोगों की हत्या हो चुकी है। इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कठोर कदम उठाए हैं। यह विवाद नौ साल से चल रहा था और शिकायतों का निस्तारण न होने के कारण 15 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है।
पीड़ित सत्य प्रकाश दुबे ने अवैध कब्जा करने के खिलाफ शिकायतें की थीं, लेकिन पुलिस ने उसे ध्यान नहीं दिया। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने इस लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है।
इस निस्तारण में लापरवाही के दोषी पाए गए 4 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। बहुत सी शिकायतें आइजीआरएस में जमींदर की जाती थीं, लेकिन अधिकारी इसे नजरअंदाज कर दिया।
हत्या के मामले में 27 अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है और 20 लोगों को पुलिस जेल भेज दिया गया है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। प्रतिशोध में परिवार के सदस्यों और समर्थकों ने विरोध में प्रकाश दुबे और उनके परिवार के पांच सदस्यों की हत्या कर दी थी।
इस घटना के बाद से मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने इस मामले की संज्ञेयता को समझते हुए कठोर कदम उठाए हैं। वह निस्तारण के दौरान लापरवाही के दोषी कई अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश देने का आदेश दिया है। इसके अलावा पीड़ितों द्वारा शिकायतें की गईं जांच की जाएंगी और अन्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना क्षेत्र में काफी आश्चर्य और स्वर्गीय रूप से विवादों को बढ़ा देने वाली बात है। इसके साथ ही स्वर्गीय रूप से मरे जाने वालों के परिवारों में शोक की लहर छा गई है। लोग मानते हैं कि इस तरह के भूमि विवादों को समय रहते हल करना जरूरी है ताकि अनपढ़ों और भूमा।धारी जबरन कब्जा करने वालों को मंजूरी न मिले।
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