संसद की विशेष सत्र : NDA और I.N.D.I.A के लिए महत्वपूर्ण
भारतीय गणतंत्र में लोकतंत्र की सबसे बड़ी पत्रिका – संसद हर साल विशेष सत्र का आयोजन करती है। इस सत्र को विशेष महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसमें राष्ट्रीय दलों के नेताओं का संयम और विपक्षी दलों के दस्तों से बदमाशी का मुकाबला होता है।
I.N.D.I.A और घटक दलों के बीच तनाव
इस सत्र में I.N.D.I.A (टीम इंडिया) नामक घटक दल के सदस्यों ने देश की सरकार को घेर रखा है। यह देखने योग्य वार्ता है कि क्या ये सदस्य खामोशी से सरकार के विचारों का समर्थन कर रहे हैं, या आवाज तले बढ़ा रहे हैं।
विपक्षी गठबंधन की गड़बड़ी
विपक्षी गठबंधन की क्रेडिबिलिटी पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सवाल उठाए हैं। बीजेपी यह कह रही है कि इस गठबंधन के सदस्यों की आपसी एकजुटता पर सवाल है। क्या ये सदस्य एकरूपता के साथ काम करेंगे या जीत-हार की लड़ाई में आपस में विरोध करेंगे।
पीएम मोदी की गठबंधन पर निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन को ‘घमंडिया’ कहकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ये गठबंधन शक्तिहीन है और विपक्ष केवल वक्ता ही है, कोई कर्मठ नहीं।
बीजेपी के नेता का दावा
बीजेपी के कुछ नेताओं ने विपक्षी गठबंधन को अपने अंतर्विरोधों से भरा हुआ और खुदका अंदाज बनाए हुए रवाना किया है। इन नेताओं का दावा है कि गठबंधन केवल अपने मुद्दों के लिए लड़ रहा है और देश की प्रगति को नजरअंदाज कर रहा है।
हर नेता की प्रधानमंत्रीबनने की इच्छा
इस गठबंधन में हर नेता आत्मीयता से प्रधानमंत्री बनने की इच्छा रखता है। स्वयं को बनाने के इरादे से इन नेताओं ने गठबंधन के चक्कर में प्रदर्शन कर रखा है।
यह सत्र NDA और I.N.D.I.A के लिए महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ देश के नेताओं के नए चेहरों का परिचय बने रहने का भी अवसर हो सकता है। इसमें संसदीय लोकतंत्र की ताकत और आदर्श नीतियों का प्रतीक देश की राजनीति को एक नया मोड़ देने का भी मौका है।
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